कर्नाटक के हासन जिले में एक ऐसे प्रेमी युगल (Couple) ने शादी की जो 35 साल पहले परिवार के विरोध के कारण एक नहीं हो सका था. जिले के देवरमुड्डानहली गांव में चिकन्ना (Chikkanna) नाम के व्यक्ति ने जयम्मा (Jayamma) से शादी की है. दरअसल दोनों लोग एक ही गांव में बड़े हुए और प्रेम किया. दोनों के परिवार एक दूसरे को बहुत अच्छी तरह से जानते थे. लेकिन जयम्मा के माता-पिता इस बात पर अड़ गए कि चिकन्ना उस वक्त मजदूर का काम करते थे.
बाद में जयम्मा की शादी मां-बाप ने अपनी इच्छा से कर दी. जयम्मा की शादी उसी गांव में हुई थी. जयम्मा की शादी दूसरे से हो जाने के दुख के कारण चिकन्ना ने गांव छोड़ दिया. वो मैसूर के पास मेतागल्ली गांव में जाकर रहने लगे. वहां पर भी चिकन्ना मजदूर के तौर पर काम करते रहे. चिकन्ना ने जयम्मा के प्रेम में अविवाहित रहने का फैसला किया. हालांकि इस दौरान कभी दोनों की मुलाकात नहीं हुई.
चिकन्ना बीच-बीच में जयम्मा के बारे में परिचितों के जरिए जानकारी हासिल करते रहते थे. जयम्मा को एक बेटा हुआ और वो पत्नी के तौर पर अपनी जिम्मेदारियां निभा रही थीं. कुछ सालों बाद जयम्मा को उनके पति ने छोड़ दिया और घर से बाहर निकाल दिया. जब चिकन्ना को इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने जयम्मा से संपर्क करने की ठानी. इस बार दोनों को पुराना प्रेम वापस मिला और साथ ही दोनों ने शादी करने का भी फैसला किया.
चिकन्ना कहते हैं- ‘मैं हर वक्त उसके बारे में सोचता था. किसी कारण हम उस वक्त शादी नहीं कर सके लेकिन अब हमने जीवन के अंत तक साथ निभाने की कसम खाई है. आखिरकार हम जीवन के अंतिम वर्षों में एक-दूसरे के साथ रह सकेंगे. हम इसी के ख्वाब देखते थे.’
जयम्मा का पुत्र अब 25 वर्षों का है. वो मैसूर के स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट में काम करता है. वो अपनी मां की शादी से बेखबर है. चिकन्ना कहते हैं, ‘अगले साल तक उसकी शादी हो जाएगी फिर हम उसे इस विवाह के बारे में बता देंगे.’ चिकन्ना ने जयम्मा के बेटे को अपना बेटा मान लिया है.
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