हम तेरे याद में बैठे हैं,
दिल को समझा समझा कर उदास बैठे हैं।
तेरे लौट आने की तमन्ना में,
हम उम्मीद लिए बैठे हैं,
तेरे दीदार को दिल बेकरार हैं।
हर तरफ तेरी आहट हैं,
तेरे एहसास हैं।
तेरे लौट आने का इंतजार हैं,
तेरे इजहार को दिल बेकरार है।
तू एक नजर देख लेना बस।
इसी इंतजार में आस लगाए बैठे हैं।
तु लौट आएगी एक दिन,
इसी सहारे जिंदगी सवारकर बैठे हैं।
हर दिन-रात तेरे याद के सहारे,
तेरे इंतजार में बैठे हैं।
तु लौट आएगी इसी इंतजार में बैठे हैं।
हम तेरी यादों में उदास बैठें हैं।।
शैलेश कुमार कानू दलसिंहसराय
दिल को समझा समझा कर उदास बैठे हैं।
तेरे लौट आने की तमन्ना में,
हम उम्मीद लिए बैठे हैं,
तेरे दीदार को दिल बेकरार हैं।
हर तरफ तेरी आहट हैं,
तेरे एहसास हैं।
तेरे लौट आने का इंतजार हैं,
तेरे इजहार को दिल बेकरार है।
तू एक नजर देख लेना बस।
इसी इंतजार में आस लगाए बैठे हैं।
तु लौट आएगी एक दिन,
इसी सहारे जिंदगी सवारकर बैठे हैं।
हर दिन-रात तेरे याद के सहारे,
तेरे इंतजार में बैठे हैं।
तु लौट आएगी इसी इंतजार में बैठे हैं।
हम तेरी यादों में उदास बैठें हैं।।
शैलेश कुमार कानू दलसिंहसराय
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